लहंगेवाला के 2 किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में ग्रामीणों ने घेरा रोड़ी थाना
लहंगेवाला के 2 किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में ग्रामीणों ने घेरा रोड़ी थाना
मौके पर पहुंचे डीएसपी ने देर रात तक दोनों किसानों को रिहा करवा, किसानों को किया शांत
खेत खजाना : सिरसा। लोस चुनाव के दौरान बीजेपी उम्मीदवार के चुनाव प्रचार दौरान गांव में आने पर विरोध करने वाले दो किसानों को रोड़ी पुलिस ने मंगलवार सांय गांव लहंगेवाला से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही किसान एकजुट हुए और देर रात्रि रोड़ी थाने पहुंचकर थाना परिसर में ही धरना लगा दिया। किसानों ने विरोध स्वरूप नारे बाजी करते हुए पुलिस प्रशासन पर नेताओं के इशारे पर पुराने मामले में अब कार्रवाई के आरोप लगाते हुए विरोध जताया।
रोड़ी थाना परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे राष्ट्रीय किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष लखा सिंह अलीकां सहित किसानों ने बताया कि लोस चुनाव के दौरान बीजेपी नेता अशोक तंवर के गांवों में चुनावी दौरे के दौरान उनका काफिला लहंगेवाला गांव में पहुंचा। यहां पर गांव लहंगेवाला के किसान सुखदीप सिंह व नवदीप सिंह के साथ मिलकर किसानों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। इस मामले में शिकायत के आधार पर रोड़ी थाना पुलिस ने अज्ञात किसानों पर अभियोग दर्ज किया था। आरोप है पुलिस ने बीजेपी सरकार के दबाव में दर्ज मामले को सार्वजनिक भी नहीं किया।
उन्होंने कहा कि किसान संगठन के आह्वान और लोकतांत्रिक तरीके से किसानों ने अपना विरोध जाहिर किया था, लेकिन बीजेपी सरकार के दबाव में पुलिस प्रशासन मनमर्जी कर रहा है। तब जबरदस्ती मामला दर्ज किया गया तथा अब किसानों को प्रताडि़त करने के लिए ही गिरफ्तारियां की जा रही है। हालांकि एक बार रोड़ी थाना पुलिस ने गिरफ्तार सुखदीप सिंह व नवदीप सिंह दोनों किसानों को मेडिकल जांच के लिए नागरिक अस्पताल सिरसा ले जाने की बात कहते हुए सुबह मुलाकात का आश्वासन दिया। इस पर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने नाराजगी जाहिर कर देर रात्रि को ही रोड़ी थाना परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
किसानों के धरना प्रदर्शन की सूचना मिलने के बाद सिरसा से डीएसपी अर्शदीप सिंह रोड़ी थाना में पहुंचे और किसानों के प्रतिनिधि मंडल से बातचीत करते हुए उन्हें शांति बनाए रखने की अपील की। किसान प्रतिनिधियों के साथ चली मीटिंग के बाद आखिरकार करीब दो बजे पुलिस प्रशासन ने दोनों किसानों को रात्रि को रिहा कर दिया और आगे से किसानों की गिरफ्तारियां न करने का आश्वासन दिया, जिस पर किसानों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया।